अयोध्या में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक 21 वर्षीय युवती का शव संदिग्ध परिस्थितियों में गांव के बाहर एक सूखे नाले में मिला। शव नग्न अवस्था में था, उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे, और चेहरे पर गहरे घाव के निशान थे। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस को आशंका है कि युवती के साथ पहले दुष्कर्म किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई, हालांकि इस बात की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही होगी।
गुरुवार रात से थी लापता
मृतका गुरुवार रात को घर से बाहर निकली थी, जिसके बाद वह वापस नहीं लौटी। परिवार वालों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला, तो उन्होंने शुक्रवार को अयोध्या कोतवाली में अपहरण की आशंका जताते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस उसकी तलाश कर ही रही थी कि शनिवार सुबह गांव के बाहर सूखे नाले में उसका शव बरामद हुआ।
शव की हालत थी बेहद भयावह
शव को देखने से प्रतीत होता है कि उसके साथ अमानवीय अत्याचार किए गए। चेहरे पर कई गंभीर चोटों के निशान थे, और कपड़ों पर खून के धब्बे पाए गए। शव की स्थिति इतनी भयावह थी कि स्थानीय लोगों का कहना था कि उसे देखना भी मुश्किल हो रहा था। पुलिस ने तुरंत फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य जुटाने शुरू कर दिए।
परिवार वालों का बयान
पुलिस ने जब मृतका के परिजनों से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि युवती का मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं था और वह ज्यादातर घर पर ही रहती थी। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि वह घर से बाहर क्यों निकली और किन परिस्थितियों में यह घटना घटी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और मुआवजे की मांग
इस जघन्य अपराध की खबर मिलते ही सपा के पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने सरकार से मांग की कि अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाए। उन्होंने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अभी भी कई सवाल खड़े होते हैं।
पुलिस की जांच जारी
पुलिस इस मामले की हर कोण से जांच कर रही है। हालांकि, अभी तक मृतका के परिवार ने किसी पर भी संदेह व्यक्त नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि वे घटना के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रहे हैं। सीओ आशुतोष तिवारी ने बताया कि फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिससे यह साफ हो सकेगा कि युवती की मौत कैसे हुई और क्या उसके साथ दुष्कर्म किया गया था।
यह घटना न सिर्फ अयोध्या, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं, और ऐसे मामलों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है। पुलिस प्रशासन पर अब दबाव है कि इस मामले की जल्द से जल्द गहन जांच कर अपराधियों को सख्त सजा दिलाई जाए।
