सोमवार शाम कौशांबी-फतेहपुर सीमा के पास नेशनल हाईवे पर हिमाचल प्रदेश से प्रयागराज महाकुंभ के लिए जा रही श्रद्धालुओं से भरी मिनी बस हादसे का शिकार हो गई। बस का हाइड्रा वाहन से जोरदार टकराव हुआ, जिसमें 25 श्रद्धालु घायल हो गए। इनमें से एक महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया और सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी (डीएम) मधुसूदन हुल्गी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) बृजेश श्रीवास्तव ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हालचाल लिया और जरूरी निर्देश दिए।
महाकुंभ के लिए निकले थे श्रद्धालु
हिमाचल प्रदेश के सलोन जिले के अर्की थाना क्षेत्र के स्लैट गांव से 32 श्रद्धालुओं का एक समूह महाकुंभ मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान के लिए निकला था। ये लोग मिनी बस से यात्रा कर रहे थे।
कैसे हुआ हादसा?
नेशनल हाईवे पर सैनी कोतवाली के कनवार सीमा के पास, सोमवार शाम करीब 7 बजे, हाइड्रा वाहन के चालक ने अचानक ब्रेक लगा दी। मिनी बस का ड्राइवर इस पर नियंत्रण नहीं रख सका और बस हाइड्रा से जा टकराई।
स्थानीय लोग और पुलिस ने संभाली स्थिति
टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को बाहर निकालने में मदद की। अजुहा चौकी पुलिस ने भी त्वरित कार्रवाई की। कुछ ही समय में एसपी बृजेश श्रीवास्तव, एडीएम अरुण कुमार गोंड, एसडीएम सिराथू अजेन्द्र सिंह और सीओ अवधेश विश्वकर्मा घटनास्थल पर पहुंचे।
राहत कार्य में तेजी लाने के लिए छह एंबुलेंस बुलवाई गईं और घायलों को सिराथू सीएचसी ले जाया गया। गंभीर रूप से घायल श्रद्धालुओं को मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
दुर्घटना में घायल श्रद्धालु
हादसे में घायल होने वाले प्रमुख श्रद्धालु हैं:
- बविता (45), नीला देवी (60), चंद्रकला (60), पार्वती (62), सीता देवी (55), कविता (47), विमला देवी (58), दयापति (54), ममता (30), आषवी (25), बाबूराम (65), मीना शर्मा (48), महेंद्र शर्मा (50), रूपराम (40), लेखराज (51), बब्लू (39), लीला देवी (60), ममता शर्मा (50), नर देवी शर्मा (45), गोदावरी देवी (70), धनपति देवी (65), पविता देवी (20), तुलसीराम (75)।
घटना के बाद अफरा-तफरी का माहौल
कनवार से लेकर सिराथू सीएचसी और मेडिकल कॉलेज तक राहत कार्य के दौरान अफरा-तफरी का माहौल रहा। सीएमओ डॉ. संजय कुमार ने सिराथू सीएचसी के प्रभारी और आसपास के अस्पतालों से चिकित्सकों की टीम बुलवाई। सभी घायलों के लिए बेड खाली करवाए गए और इलाज के लिए इमरजेंसी फस्ट ऐड बॉक्स तैयार रखे गए।
डॉ. संजय कुमार ने स्वयं अस्पताल में डेरा डाला और घायलों के इलाज की निगरानी की।
डीएम-एसपी की सक्रियता
घटना के बाद डीएम मधुसूदन हुल्गी और एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने राहत कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न की जाए। फोन पर पल-पल की रिपोर्ट लेते हुए वे राहत कार्य को सुचारू रूप से चलाते रहे।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम
घायलों के इलाज के साथ-साथ उनके रहने और खाने की भी व्यवस्था की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार उनकी देखभाल में लगी रही। हादसे में घायल श्रद्धालुओं में से एक महिला की हालत गंभीर है, जबकि अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद स्थिर बताया गया है।
यह हादसा सावधानी और सतर्कता के महत्व को एक बार फिर उजागर करता है। हालांकि प्रशासन की तत्परता और स्थानीय लोगों की मदद से समय पर राहत कार्य पूरे किए गए, लेकिन इस घटना ने महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान यातायात सुरक्षा की सख्त जरूरत को रेखांकित किया है।
