अगर आप नई कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए यह खबर थोड़ी निराशाजनक हो सकती है। देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी मारुति सुजुकी ने घोषणा की है कि 1 फरवरी, 2025 से उनकी गाड़ियों के विभिन्न मॉडल्स की कीमतों में 32,500 रुपये तक की बढ़ोतरी की जाएगी। कंपनी ने इस बढ़ोतरी का कारण कच्चे माल की बढ़ती लागत और परिचालन व्यय बताया है।
कंपनी का बयान
मारुति सुजुकी ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कहा, “हम ग्राहकों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन बढ़ते खर्चों का कुछ हिस्सा बाजार पर डालना हमारी मजबूरी है।” इस बढ़ोतरी का मकसद कच्चे माल की बढ़ती कीमतों और अन्य खर्चों से होने वाले नुकसान की भरपाई करना है।
सेलेरियो के दाम में 32,500 रुपये की बढ़ोतरी
मारुति सुजुकी की कॉम्पैक्ट कार सेलेरियो का एक्स-शोरूम प्राइस 32,500 रुपये तक बढ़ जाएगा। वहीं, कंपनी के प्रीमियम मॉडल इनविक्टो की कीमत 30,000 रुपये तक बढ़ने वाली है। सबसे लोकप्रिय वैगन-आर की कीमत में 15,000 रुपये और स्विफ्ट की कीमत में 5,000 रुपये तक का इजाफा किया जाएगा।
ऑल्टो K10 के दाम में 19,500 रुपये की बढ़ोतरी
छोटी कारों की श्रेणी में ऑल्टो K10 के दाम 19,500 रुपये तक बढ़ जाएंगे। वहीं, एस-प्रेसो की कीमत में 5,000 रुपये और बलेनो की कीमत में 9,000 रुपये तक की वृद्धि होगी। कॉम्पैक्ट एसयूवी फ्रोंक्स के दाम 5,500 रुपये तक और डिजायर सेडान की कीमत में 10,000 रुपये तक की बढ़ोतरी की जाएगी।
एसयूवी मॉडल्स की बढ़ती कीमतें
एसयूवी सेगमेंट में ब्रेजा की कीमत 20,000 रुपये तक और ग्रैंड विटारा की कीमत 25,000 रुपये तक बढ़ जाएगी। मारुति सुजुकी का यह निर्णय उन ग्राहकों को प्रभावित करेगा, जो इन लोकप्रिय मॉडलों को खरीदने की सोच रहे थे।
हर सेगमेंट में बढ़ेगी कीमत
कंपनी ने बताया कि शुरुआती लेवल की कारों से लेकर प्रीमियम मॉडल्स तक, हर सेगमेंट में कीमत बढ़ाई जाएगी। मारुति फिलहाल ऑल्टो K10 (शुरुआती कीमत 3.99 लाख रुपये) से लेकर इनविक्टो (28.92 लाख रुपये) तक की गाड़ियां बेचती है।
बढ़ती कीमतों का असर
यह कदम कंपनी को कच्चे माल की बढ़ी हुई लागत से निपटने में मदद करेगा, लेकिन ग्राहकों के बजट पर इसका असर पड़ेगा। जो लोग अपनी फैमिली या व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए गाड़ी खरीदने की सोच रहे हैं, उन्हें अब ज्यादा खर्च करना होगा।
मारुति सुजुकी के इस फैसले से ऑटोमोबाइल बाजार पर भी असर पड़ सकता है। हालांकि, कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यह बढ़ोतरी आवश्यक थी और वे लागत को नियंत्रित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। अगर आप नई कार खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो 1 फरवरी से पहले इसे खरीदना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।