दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से पहले एक वीडियो चर्चा में है, जिसमें ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को वोट दिया है। इस वीडियो को भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे यह मामला और अधिक सुर्खियों में आ गया।
साजिद रशीदी का बयान
वीडियो में मौलाना साजिद रशीदी कहते हैं कि उन्होंने पहली बार भाजपा को वोट दिया है। उनका मानना है कि अब तक मुसलमानों के बीच यह धारणा बनाई गई थी कि भाजपा सत्ता में आई तो उनके अधिकार छिन जाएंगे। उन्होंने इस डर को समाप्त करने के उद्देश्य से भाजपा को वोट देने का फैसला किया।
साजिद रशीदी ने कहा, “मुसलमानों के मन में यह डर बैठाया गया था कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकना जरूरी है। लेकिन मैंने सोचा कि क्यों न भाजपा को वोट दिया जाए और देखा जाए कि मुसलमानों के अधिकार वास्तव में छीने जाते हैं या नहीं। यदि भाजपा मुस्लिम विरोधी नीतियां अपनाती है, तो मैं उसका विरोध करूंगा।”
अमित मालवीय का ट्वीट
अमित मालवीय ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर यह वीडियो साझा करते हुए लिखा, “ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के साजिद रशीदी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा को वोट दिया है। यह कोई अकेला मामला नहीं है। यदि मुसलमान भी बड़े पैमाने पर भाजपा का समर्थन करने लगें तो तथाकथित धर्मनिरपेक्ष दलों को चिंतित होना चाहिए।”
मुस्लिम समाज को संदेश
साजिद रशीदी ने इस वीडियो के माध्यम से मुस्लिम समुदाय को एक संदेश देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि भाजपा को वोट देने का मतलब यह नहीं कि वे पार्टी से जुड़ गए हैं या उन्होंने अपने विचार छोड़ दिए हैं। उनका उद्देश्य केवल यह देखना है कि भाजपा सरकार बनने पर मुस्लिमों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें भाजपा नेताओं से कोई लाभ नहीं मिला है और उनके खिलाफ पहले से ही कानूनी मामले दर्ज हैं। बावजूद इसके, उन्होंने भाजपा को वोट देने का निर्णय लिया ताकि मुसलमानों के बीच व्याप्त भय को समाप्त किया जा सके।
एग्जिट पोल और भाजपा की संभावित जीत
दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद सामने आए एग्जिट पोल के अनुसार, भाजपा के सत्ता में आने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। अधिकांश एग्जिट पोल भाजपा की बढ़त दिखा रहे हैं, जिसमें कुछ अनुमान 51-60 सीटों तक भाजपा के खाते में जाने की बात कर रहे हैं। हालांकि, कुछ पोल आम आदमी पार्टी (AAP) के पक्ष में भी जा रहे हैं।
मौलाना साजिद रशीदी का यह बयान दिल्ली चुनावी राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है। भाजपा के प्रति मुस्लिम समुदाय का झुकाव और चुनावी गणित में बदलाव एक अहम राजनीतिक संकेत हो सकता है। इस घटनाक्रम का असर चुनावी नतीजों और भविष्य की राजनीति पर कैसा पड़ता है, यह देखने वाली बात होगी।
