अयोध्या में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। बीते गुरुवार की रात से लापता मानसिक मंदित दलित युवती का शव शनिवार को एक सूखी नहर में निर्वस्त्र अवस्था में मिला। उसके शरीर पर गहरी चोटों के निशान थे, पसलियां टूटी हुई थीं, और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हुई थी। इस वीभत्स घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है।
गायब होने के बाद शुरू हुई खोजबीन
मृतका के परिवारवालों के अनुसार, युवती गुरुवार की रात घर का काम निपटाने के बाद हमेशा की तरह पास में हो रही भागवत कथा सुनने निकली थी। परिजनों ने सोचा कि वह रोज की तरह लौट आएगी, लेकिन जब देर रात तक वह वापस नहीं आई, तो परिवारवालों और ग्रामीणों ने उसकी खोज शुरू की।
शुक्रवार को भी कोई सुराग नहीं मिला। शनिवार सुबह फिर से खोजबीन शुरू हुई, तब गांव के बाहर एक सूखी नहर के पास उसके कपड़े पड़े मिले। इसके बाद पास के एक खुले बाथरूम में बालू के ढेर पर खून से सनी बोरी देखी गई। यह देख मृतका के पिता का दिल बैठ गया। उन्होंने पुलिस को सूचित किया, लेकिन शव बरामद नहीं हो सका।
निर्वस्त्र अवस्था में मिला शव, लोगों के रोंगटे खड़े
शनिवार दोपहर को ग्रामीणों को युवती का निर्वस्त्र शव एक सूखी नहर में पड़ा मिला। उसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे, शरीर पर 30 से अधिक चोटों के गहरे निशान थे और पसलियां टूटी हुई थीं। यह दृश्य इतना भयावह था कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और दोषियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग करने लगे।
गांव में आक्रोश, फांसी की मांग
युवती के परिवारवालों और गांववालों में इस घटना को लेकर जबरदस्त गुस्सा है। गांव की रहने वाली शबनम ने बताया कि घटना इतनी दर्दनाक थी कि शव देखकर उनकी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे। उन्होंने कहा, “ऐसे दरिंदों को तुरंत फांसी होनी चाहिए, ताकि दोबारा कोई इस तरह का जघन्य अपराध करने की हिम्मत न करे।”
गांव के विवेक सिंह, सोनू सिंह और सुरेश कुमार सहित अन्य ग्रामीणों ने भी आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की।
पुलिस की चुप्पी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सस्पेंस
पुलिस ने शनिवार को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि युवती की मौत अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई थी, साथ ही उसकी पसलियां टूटी हुई थीं। बावजूद इसके, पुलिस ने रिपोर्ट को लेकर चुप्पी साध रखी है।
सूत्रों के अनुसार, युवती के शरीर पर 30 से अधिक चोटों के गहरे निशान मिले हैं, जो इस बात की पुष्टि करते हैं कि उसके साथ निर्ममता से हिंसा की गई। हालांकि, पुलिस अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि युवती के साथ दुष्कर्म हुआ था या नहीं।
परिजनों की मांग- अपराधियों को मिले कड़ी सजा
मृतका के पिता का कहना है कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही, लेकिन प्रशासन को इतनी सख्त कार्रवाई करनी चाहिए कि भविष्य में कोई भी किसी बेटी के साथ ऐसी दरिंदगी करने से पहले सौ बार सोचे।
पुलिस अधिकारियों ने परिजनों को शीघ्र न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है और कार्रवाई के लिए पांच दिन का समय मांगा है। लेकिन गांववालों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। सभी का कहना है कि जब तक दोषियों को कड़ी सजा नहीं दी जाती, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे।
यह घटना न सिर्फ अयोध्या बल्कि पूरे देश के लिए एक झकझोर देने वाली मिसाल है। अब देखना यह होगा कि पुलिस दोषियों को पकड़कर उन्हें सजा दिलाने में कितनी तेजी दिखाती है, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।