राजस्थान की राजधानी जयपुर के निकट, एक हृदयविदारक सड़क दुर्घटना में आठ लोगों की जान चली गई। ये सभी श्रद्धालु जयपुर से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ में पवित्र स्नान के लिए जा रहे थे। दुखद घटना दूदू इलाके में घटी, जिसने खुशियों से भरी यात्रा को पल भर में मातम में बदल दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह भीषण हादसा एक कार और एक रोडवेज बस की आमने-सामने की टक्कर के कारण हुआ। बताया जा रहा है कि रोडवेज बस का टायर अचानक फट गया, जिसके चलते चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया। अनियंत्रित बस डिवाइडर को पार करते हुए विपरीत दिशा से आ रही एक कार से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई, और उसमें सवार आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बस में सवार कई यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू किया और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया शुरू की। मृतकों के परिजनों को इस दुखद घटना की सूचना दे दी गई है, जिससे उनके घरों में कोहराम मच गया है। हादसे के कारण राजमार्ग पर लंबा जाम लग गया, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
थानाधिकारी संजय प्रसाद मीणा के अनुसार, जोधपुर रोडवेज डिपो की बस जयपुर से अजमेर की ओर जा रही थी। तभी अचानक बस का टायर फट गया, और चालक वाहन को नियंत्रित नहीं कर सका। परिणाम स्वरूप, बस डिवाइडर तोड़कर दूसरी तरफ चली गई और अजमेर से जयपुर की दिशा में आ रही एक इको कार से टकरा गई। इस भीषण टक्कर में कार सवार सभी आठ लोगों की दुखद मृत्यु हो गई।
मृतकों की पहचान भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी इलाके के निवासियों के रूप में हुई है। ये सभी पुरुष श्रद्धालु थे और प्रयागराज में महाकुंभ के पावन अवसर पर स्नान करने के लिए जा रहे थे। मृतकों के नाम हैं: दिनेश रेगर, नारायण, बबलू मेवाड़ा, किशन, रविकांत, प्रमोद सुथार, बाबू रेगर और प्रकाश मेवाड़ा। बस में सवार मोहन सिंह, माया नायक और गुन्नू घायल हुए हैं, जिनका इलाज नजदीकी अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस ने दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त बस और कार को सड़क से हटाया, जिसके बाद यातायात को पुनः शुरू कराया जा सका। दुर्घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बस से टकराने के बाद कार के परखच्चे उड़ गए थे। कार की हालत देखकर घटनास्थल पर मौजूद लोगों का दिल दहल गया।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है। टायर फटना एक अप्रत्याशित घटना हो सकती है, लेकिन यह वाहनों के नियमित रखरखाव और सड़क सुरक्षा नियमों के पालन की आवश्यकता को दर्शाता है। यह दुखद घटना उन आठ परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति है जो अपने प्रियजनों को महाकुंभ की यात्रा के दौरान हमेशा के लिए खो चुके हैं। पूरी घटना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है और लोग मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं।
प्रशासन और पुलिस विभाग ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है और यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह दुर्घटना हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि सड़क पर चलते समय हमेशा सतर्क रहें और यातायात नियमों का पालन करें ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके। महाकुंभ की यात्रा पर निकले इन श्रद्धालुओं का असामयिक निधन, ईश्वर से प्रार्थना है कि मृतकों की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवारजनों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
