आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर दर्दनाक घटना
सोमवार सुबह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक ही परिवार के चार सदस्यों की जान चली गई। यह हादसा फतेहाबाद के पास हुआ, जब दिल्ली हाईकोर्ट के अधिवक्ता ओमप्रकाश आर्या अपने परिवार के साथ कुंभ स्नान कर लौट रहे थे।
डिवाइडर से टकराकर ट्रक से भिड़ी कार
जानकारी के मुताबिक, अधिवक्ता ओमप्रकाश आर्या अपनी हुंडई कार से प्रयागराज कुंभ स्नान के बाद दिल्ली लौट रहे थे। उनकी कार लखनऊ एक्सप्रेसवे पर 31 किलोमीटर के पास पहुंची, तभी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। डिवाइडर से टकराने के बाद कार उछलकर एक्सप्रेसवे की दूसरी लाइन में चली गई और सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक से भिड़ गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
पूरे परिवार की मौके पर मौत
हादसे में ओमप्रकाश आर्या (40), उनकी पत्नी पूर्णिमा सिंह (34), 12 साल की बेटी अहाना और 4 साल का बेटा विनायक, चारों की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर के बाद एक्सप्रेसवे पर चीख-पुकार मच गई, और वाहनों की रफ्तार थम गई। सूचना मिलते ही फतेहाबाद थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और बुरी तरह क्षतिग्रस्त कार से शवों को बाहर निकाला।
दिल्ली के उत्तम नगर का रहने वाला था परिवार
ओमप्रकाश आर्या दिल्ली के उत्तम नगर के रहने वाले थे और दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता थे। वे अपने परिवार के साथ कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज गए थे। स्नान के बाद वे घर लौट रहे थे, लेकिन यह यात्रा उनके लिए आखिरी साबित हुई।
क्रेन से हटाए गए क्षतिग्रस्त वाहन
हादसे के बाद एक्सप्रेसवे पर जाम की स्थिति बन गई। पुलिस ने तुरंत क्रेन की सहायता से क्षतिग्रस्त वाहन हटवाकर यातायात को सुचारू किया। शवों को पोस्टमार्टम के लिए एसएन अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी है और उनके आगमन का इंतजार किया जा रहा है।
हादसे ने छोड़ी गहरी पीड़ा
यह हादसा इतना भयावह था कि इसे देखकर हर कोई दहशत में था। एक ही परिवार की इस तरह असमय मौत ने लोगों के दिलों को झकझोर दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है।
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के महत्व को उजागर किया है। तेज रफ्तार और सावधानी की कमी किस तरह से जिंदगी को पल भर में खत्म कर सकती है, यह घटना इसका दुखद उदाहरण है।