झारखंड के गढ़वा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों की मर्यादा और मानवता को तार-तार कर दिया है। यहाँ एक पांच बच्चों की माँ ने न केवल विश्वासघात किया, बल्कि अपने ही पति की जान ले ली। इस खौफनाक साजिश में महिला का साथ दिया उसके प्रेमी ने। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, और इस जघन्य अपराध का पर्दाफाश कर दिया है।
यह घटना गढ़वा जिले के एक शांत गाँव, टेनटाड में घटी। यहाँ के निवासी बिगन कोरवा, जिन्हें बिगन देवार के नाम से भी जाना जाता था, का शव रहस्यमय परिस्थितियों में मिला। बिगन दो दिनों से लापता थे, और जब ग्रामीणों और पुलिस ने मिलकर तलाश शुरू की, तो उनका शव कोरहटी के पास स्थित जुरमा जंगल में बरामद हुआ। शव को देखकर रोंगटे खड़े हो गए – बिगन के शरीर पर किसी धारदार हथियार से बेरहमी से काटे जाने के निशान थे, जो हत्या की क्रूरता को बयां कर रहे थे।
ग्रामीणों की सहायता से गढ़वा पुलिस ने शव को जंगल से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। इसके साथ ही, पुलिस ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए, इस हत्याकांड में शामिल दो मुख्य संदिग्धों को धर दबोचा – मृतक बिगन की पत्नी, 42 वर्षीय तेतरी देवी, और उसका 40 वर्षीय प्रेमी, संतोष कोरवा। पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान, दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया, और इस खूनी खेल का चौंकाने वाला सच सामने आ गया।
पुलिस जांच में पता चला कि मृतक बिगन की पत्नी, तेतरी देवी, और संतोष कोरवा के बीच कई वर्षों से प्रेम संबंध चल रहा था। ये नाजायज रिश्ते गाँव में किसी से छिपे नहीं थे, और ग्रामीणों को भी इसकी जानकारी थी। घटना वाले दिन, सोमवार को, तेतरी अपने प्रेमी संतोष के साथ गाँव के पास ही जुरमा जंगल में लकड़ी लेने गई थी। जब बिगन को इसकी खबर मिली, तो वह अपनी पत्नी को देखने जंगल की ओर चल पड़ा। जंगल में अपनी पत्नी को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखकर बिगन आग बबूला हो गया, और उसने अपनी पत्नी और उसके प्रेमी को जमकर फटकार लगाई। इसी बात पर तीनों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई, जो देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया।
आक्रोश और आवेश में, तेतरी देवी और संतोष कोरवा ने मिलकर बिगन पर हमला कर दिया। दोनों ने टांगी जैसे धारदार हथियार से बिगन पर ताबड़तोड़ वार किए, जिससे वह बुरी तरह से लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा और मौके पर ही दम तोड़ दिया। अपने अपराध को छिपाने के लिए, पत्नी और प्रेमी ने बिगन के शव को वहीं जंगल में झाड़ियों के पीछे छुपा दिया, और चुपचाप अपने-अपने घर लौट गए, जैसे कुछ हुआ ही न हो।
लेकिन, कहते हैं न कि खून कभी छिपता नहीं। जब बिगन काफी देर तक घर नहीं लौटा, तो ग्रामीणों ने उसकी तलाश शुरू की। जंगल में खोजबीन करते हुए, ग्रामीणों को एक जगह खून के धब्बे दिखाई दिए, जिससे उन्हें शक हुआ। जब उन्होंने झाड़ियों के बीच और गहराई से देखा, तो उनके होश उड़ गए – वहां बिगन का शव पड़ा हुआ था। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही गढ़वा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए, मृतक की पत्नी तेतरी देवी और उसके प्रेमी संतोष कोरवा को हिरासत में ले लिया और थाने ले जाकर उनसे पूछताछ शुरू की। पुलिस के कड़े पूछताछ के आगे, दोनों टूट गए और अंततः उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
थाना प्रभारी चेतन कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि पुलिस सभी पहलुओं से मामले की गहन जांच कर रही है, और जल्द ही अदालत में चार्जशीट दाखिल की जाएगी, ताकि आरोपियों को उनके जघन्य अपराध की सजा मिल सके।
यह घटना समाज में रिश्तों के खोखलेपन और नैतिक मूल्यों के पतन को दर्शाती है। एक महिला ने अपने नाजायज प्रेम संबंध के लिए न केवल अपने पति का विश्वास तोड़ा, बल्कि अपने पांच बच्चों को भी अनाथ कर दिया। इस हत्याकांड ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि प्रेम और वासना में अंधे होकर इंसान किस हद तक गिर सकता है। यह घटना न केवल गढ़वा जिले के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है, जो हमें रिश्तों की पवित्रता और नैतिक मूल्यों के महत्व को समझने और बनाए रखने की प्रेरणा देती है।
