बाराबंकी न्यूज: अयोध्या में मौनी अमावस्या के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने यातायात नियंत्रण के कड़े कदम उठाए हैं। बाराबंकी जिले में कई स्थानों पर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के साथ-साथ छोटे वाहनों को भी अयोध्या में प्रवेश करने से रोका जा रहा है।
मौनी अमावस्या पर सख्त प्रबंधन:
मौनी अमावस्या के अवसर पर अयोध्या में लाखों श्रद्धालु सरयू नदी में पवित्र स्नान करने और धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने पहुंच रहे हैं। इस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बाराबंकी के चौपुला चौराहा, रामसनेहीघाट और अन्य प्रमुख स्थलों पर यातायात प्रतिबंध लागू किए गए हैं।
वाहन रूट डायवर्जन की व्यवस्था:
बाराबंकी पुलिस ने अयोध्या की ओर जाने वाले सभी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी है। वाहनों को रामनगर, गोंडा और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से होकर जाने का निर्देश दिया गया है। चौपुला चौराहे पर वाहनों को रोककर वैकल्पिक मार्ग की ओर मोड़ा जा रहा है, जिससे अयोध्या में भीड़ कम हो सके।
यातायात प्रतिबंधों से हो रही असुविधा:
यातायात प्रतिबंधों के चलते श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग विभिन्न चौराहों पर खड़े होकर सवारी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन वाहनों की कमी के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रशासन की सख्ती और अपील:
जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने अयोध्या में प्रतिदिन अधिकतम 3 लाख श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति दी है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और यात्रा के दौरान वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें। साथ ही, भीड़भाड़ से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने और प्रशासनिक नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रियाएं:
स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन के इन कदमों से उनकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है। हालांकि, वे मानते हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के लिए यह कदम जरूरी है।
मौनी अमावस्या के दौरान अयोध्या में भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बाराबंकी जिले में सख्त यातायात प्रबंधन और वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लागू किया गया है। प्रशासन की यह पहल श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें और यात्रा को सुगम बनाने में सहयोग करें।
