उत्तर प्रदेश के हरदोई में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक फर्जी आईएएस अधिकारी ने दो महिला अधिकारियों को शादी का झांसा देकर लाखों रुपये ठग लिए। आरोपी ने मैट्रिमोनियल साइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर खुद को आईएएस अधिकारी बताया और शादी के नाम पर महिलाओं से ठगी की। इस धोखाधड़ी में उसका दिव्यांग भाई भी शामिल था। लेकिन आखिरकार, जब एक महिला अधिकारी को शक हुआ और उसने जांच शुरू की, तो आरोपी की सच्चाई सामने आ गई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहराई से जांच कर रही है।
कैसे हुआ पूरा फर्जीवाड़ा?
हरदोई पुलिस ने जिस शख्स को गिरफ्तार किया है, उसका नाम हरिकेश पांडेय है। आरोपी प्रतापगढ़ जिले के भगवानपुर मुफरिद गांव का रहने वाला है। उसने मैट्रिमोनियल साइट “Shaadi.com” पर अपने दिव्यांग भाई मुकेश कुमार पांडेय के नाम से एक फर्जी प्रोफाइल बनाई।
इस प्रोफाइल में उसने खुद को हरदोई में “ज्वाइंट मजिस्ट्रेट” के पद पर तैनात बताया। उसने महिला अधिकारियों से संपर्क किया और उन्हें शादी का प्रस्ताव दिया। इस दौरान उसने फर्जी नियुक्ति पत्र, पैन कार्ड और बैंक पासबुक तक तैयार कर रखे थे ताकि कोई उसे आसानी से शक न करे।
ऐसे हुई पहली ठगी
11 फरवरी 2024 को हरिकेश ने एक महिला अधिकारी से संपर्क किया और उससे कहा कि उसकी नई नियुक्ति हुई है, लेकिन अभी तक वेतन नहीं मिला है। उसने महिला अधिकारी से मदद की गुहार लगाई और उसे विश्वास में लेकर 1 लाख रुपये नकद और 1.23 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए।
कुछ दिनों बाद उसने उस महिला अधिकारी को बताया कि उसका ट्रांसफर हरदोई से कासगंज कर दिया गया है। हालांकि, जब महिला अधिकारी ने प्रशासनिक दफ्तर में इसकी जांच कराई, तो पता चला कि इस नाम का कोई ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हरदोई में तैनात नहीं है।
एक और महिला अधिकारी बनी शिकार
इस धोखेबाज ने सिर्फ एक नहीं, बल्कि लखनऊ में तैनात एक और महिला अधिकारी को भी शादी का झांसा देकर ठगा। उसने उसी तरह की कहानी सुनाई और फिर से मोटी रकम ऐंठ ली।
शक होने पर हुआ पर्दाफाश
जब महिला अधिकारी को उसके ट्रांसफर की बात पर शक हुआ, तो उसने गहराई से पड़ताल शुरू की। जांच में पता चला कि हरदोई में “हरिकेश पांडेय” नाम का कोई आईएएस अधिकारी नहीं है। इसके बाद महिला अधिकारी ने तुरंत साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तारी और पुलिस की जांच
शिकायत के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो पता चला कि आरोपी के पास फर्जी आईएएस नियुक्ति पत्र, पैन कार्ड, पासबुक और डीएम हरदोई के साथ एडिट की गई फोटो मौजूद थी।
एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि आरोपी ने पहले भी कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया है। जब पीड़िता ने अपने पैसे वापस मांगे, तो हरिकेश पांडेय ने उसे जान से मारने की धमकी दे दी। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
आरोपी ने दी सफाई
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी ने कहा,
“उस समय मेरे छोटे भाई की तबीयत खराब थी। इसलिए मैंने महिला अधिकारी से उधार के तौर पर पैसे लिए थे। 1.52 लाख रुपये लिए थे। मैंने खुद को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बताया था और उसे कहा था कि मैं पैसे वापस कर दूंगा।”
हालांकि, पुलिस का कहना है कि यह कोई पहली बार नहीं था, बल्कि वह पहले भी इसी तरह कई लोगों को ठग चुका था।
क्या कार्रवाई हो रही है?
फिलहाल, पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसके बाकी अपराधों की भी जांच कर रही है। अधिकारियों को शक है कि उसने और भी महिलाओं को इसी तरह ठगा हो सकता है।
यह मामला उन लोगों के लिए एक बड़ा सबक है, जो ऑनलाइन शादी के लिए प्रोफाइल बनाते हैं। किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों में आने से पहले उसकी सही पहचान और पृष्ठभूमि की जांच करना बहुत जरूरी है। वरना, ऐसे फर्जीवाड़े का शिकार होना बहुत आसान हो सकता है।
