उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शनिवार को लखनऊ में डॉ. राममनोहर लोहिया सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने दावा किया कि भाजपा प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग करते हुए उपचुनाव में गड़बड़ी की रणनीति बना रही है। उन्होंने कहा कि, “भाजपा पहले भी उपचुनावों में ऐसा करती रही है, लेकिन इस बार उसकी कोई चाल सफल नहीं होगी।”
ग्राम प्रधानों को धमकियां, कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा अभी से ग्राम प्रधानों को धमका रही है और विपक्षी कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने में लगी हुई है। सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं ताकि वे पार्टी के पक्ष में प्रचार न कर सकें। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसका उद्देश्य लोकतंत्र को कमजोर करना और अपने फायदे के लिए सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करना है।
“भाजपा का एकमात्र एजेंडा: झूठ और लूट”
सपा प्रमुख ने मिल्कीपुर उपचुनाव को लोकतंत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इस बार जनता ने सपा पर भरोसा करने का मन बना लिया है। उन्होंने कहा, “भाजपा का एकमात्र मिशन झूठ और लूट है। उसके पास विकास का कोई विजन नहीं है। वह झूठे वादों से जनता को गुमराह करने की कोशिश करती है। लेकिन अब लोग सच्चाई समझ चुके हैं।”
अखिलेश यादव ने जोर देकर कहा कि भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर विपक्ष को बदनाम करने और झूठे आश्वासन देने का काम कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि मिल्कीपुर उपचुनाव के नतीजे अगले विधानसभा चुनावों को भी प्रभावित करेंगे और भाजपा को बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा।
“सामाजिक न्याय के लिए सपा का पीडीए मॉडल”
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी लोकतंत्र, समाजवाद और संविधान के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पार्टी पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) मॉडल के जरिए सामाजिक न्याय की लड़ाई को आगे बढ़ा रही है। इसमें सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
मिल्कीपुर सीट क्यों खाली हुई?
गौरतलब है कि यह सीट सपा के अवधेश प्रसाद के फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद चुने जाने के बाद रिक्त हुई थी। अवधेश प्रसाद ने 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट से जीत हासिल की थी। अब इस सीट पर 5 फरवरी को मतदान होना है और मतगणना 8 फरवरी को होगी।
सपा और भाजपा के उम्मीदवार कौन?
मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा ने चंद्रभान पासवान को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, सपा ने अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया है। दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार न उतारते हुए सपा उम्मीदवार का समर्थन किया है। कांग्रेस का यह कदम ‘इंडिया’ गठबंधन की मजबूती को दर्शाता है।
भाजपा को 2027 में सत्ता से बाहर करने का संकल्प
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने 2017 में प्रदेश की सत्ता पर कब्जा किया था, लेकिन अब जनता उसे सत्ता से बाहर करने का मन बना चुकी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे पूरी मेहनत और एकजुटता के साथ चुनावी मैदान में डटें।
मिल्कीपुर उपचुनाव 2025 का नतीजा न सिर्फ इस सीट का भविष्य तय करेगा, बल्कि 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों का भी संकेत देगा। अखिलेश यादव के इस दावे ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है।
