प्रदेश में पुरानी पेंशन की मांग को लेकर एक बार फिर शिक्षक और कर्मचारी संगठित हो रहे हैं। नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) ने 28 जनवरी को प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। इस दिन शिक्षक और कर्मचारी प्रतीकात्मक रूप से यूपीएस (यूनिफाइड पेंशन स्कीम) की कॉपियां जलाकर सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर करेंगे।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने कहा कि शिक्षक और कर्मचारी लंबे समय से पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) को लागू करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी आवाज को अनसुना कर रही है। उन्होंने कहा, “एनपीएस (न्यू पेंशन स्कीम) और अब यूपीएस दोनों ही योजनाएं शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए धोखा हैं।”
बंधु ने स्पष्ट किया कि यूपीएस को जबरदस्ती थोपने से कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों ने शिक्षकों और कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा के अधिकार से वंचित कर दिया है।
राष्ट्रीय महासचिव स्थित प्रज्ञा ने एनपीएस और यूपीएस को कर्मचारियों के साथ बड़ा धोखा बताते हुए कहा, “एनपीएस घोटाला है और यूपीएस महाघोटाला। ये दोनों योजनाएं शिक्षक और कर्मचारियों के हित में नहीं हैं। पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) ही सामाजिक सुरक्षा का सबसे मजबूत आधार है।”
एनएमओपीएस का दावा है कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन पूरे देश में जोर पकड़ रहा है। संगठन ने सरकार से अपील की है कि शिक्षकों और कर्मचारियों की मांगों को गंभीरता से लिया जाए और पुरानी पेंशन स्कीम को जल्द से जल्द बहाल किया जाए।
28 जनवरी को पूरे प्रदेश में शिक्षक और कर्मचारी एकजुट होकर सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करेंगे। यह प्रदर्शन कर्मचारियों के आक्रोश और उनके अधिकारों की लड़ाई को एक नई दिशा देने का काम करेगा।
