उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने महिलाओं के लिए रोजगार का बड़ा मौका पेश किया है। निगम द्वारा लगभग 5000 महिला परिचालकों की भर्ती संविदा के आधार पर की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को रोजगार के नए अवसर प्रदान करना और उनकी भागीदारी को बढ़ावा देना है।
भर्ती की पात्रता और आवश्यक शर्तें
महिला परिचालकों की इस भर्ती के लिए कुछ महत्वपूर्ण शर्तें और पात्रताएं निर्धारित की गई हैं:
- शैक्षणिक योग्यता:
- अभ्यर्थी को इंटरमीडिएट पास होना आवश्यक है।
- इसके साथ ही, कोर्स ऑफ कंप्यूटर कांसेप्ट्स (CCC) का प्रमाणपत्र भी अनिवार्य है।
- विशेष प्रमाणपत्र धारकों को वरीयता:
- एनसीसी ‘बी’ प्रमाणपत्र, एनएसएस प्रमाणपत्र, स्काउट-गाइड राज्य पुरस्कार, या राष्ट्रपति पुरस्कार धारक महिला अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
- इन प्रमाणपत्र धारकों को इंटरमीडिएट में प्राप्त अंकों पर 5% अतिरिक्त वेटेज भी दिया जाएगा।
- अनिवार्य सदस्यता:
- अभ्यर्थी को उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन या उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन का सदस्य होना अनिवार्य है।
भर्ती प्रक्रिया और नियुक्ति स्थल
- महिला परिचालकों को उनके गृह जिले के डिपो में तैनाती दी जाएगी।
- चयन इंटरमीडिएट के अंकों के आधार पर मेरिट सूची बनाकर किया जाएगा।
- भर्ती प्रक्रिया के तहत, प्रमाणपत्रों का सत्यापन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जाएगा।
पारिश्रमिक और सुविधाएं
परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा है कि महिला परिचालकों को संविदा कर्मचारियों के लिए निर्धारित पारिश्रमिक दरों के अनुसार भुगतान किया जाएगा। इससे महिलाओं को उनके गृह जिले के अंतर्गत सुविधाजनक रूप से कार्य करने का मौका मिलेगा।
रोजगार मेले का आयोजन
परिचालक पद पर भर्ती के लिए रोजगार मेलों का आयोजन विभिन्न जिलों में किया जाएगा।
- 6 फरवरी: नोएडा, आगरा, मुरादाबाद, लखनऊ, गोरखपुर।
- 17 फरवरी: गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली, अयोध्या, वाराणसी।
- 20 फरवरी: मेरठ, इटावा, हरदोई, देवीपाटन, आजमगढ़।
- 4 मार्च: सहारनपुर, झांसी, कानपुर, चित्रकूट धाम-बांदा, प्रयागराज।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- इच्छुक महिला अभ्यर्थी निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।
- सभी आवश्यक प्रमाणपत्रों और दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा।
महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की पहल
इस भर्ती प्रक्रिया से यूपी परिवहन निगम महिलाओं को रोजगार देकर उनके सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठा रहा है। रोजगार के इन अवसरों से न केवल महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता मिलेगी, बल्कि उनकी सामाजिक स्थिति भी मजबूत होगी।
निष्कर्ष
महिला परिचालकों की भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश सरकार की एक प्रगतिशील पहल है, जो रोजगार के नए आयाम खोलने के साथ-साथ महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।