गाजियाबाद के नंदग्राम थाना क्षेत्र की नई बस्ती में 800 रुपये के विवाद में एक लेबर सप्लायर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना बुधवार रात की है, जिसमें पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार मृतक के ही दोस्तों ने इस अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।
विवाद ने लिया हिंसक रूप
34 वर्षीय चंचल, जो नई बस्ती का निवासी था, पहले मजदूरी करता था। कुछ समय पहले उसने लेबर सप्लाई का ठेका लेना शुरू किया था। बुधवार रात करीब 9:45 बजे वह अपने घर के पास स्थित टेंपो स्टैंड के पास एक पार्क में मौजूद था। उसके साथ करीब छह लोग और भी वहां थे।
बताया जा रहा है कि बातचीत के दौरान चंचल का उन लोगों से किसी बात पर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपियों ने चंचल के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान अचानक गोली चला दी गई, जिससे चंचल वहीं लहूलुहान होकर गिर पड़ा। गोली लगने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए।
गोलियों की गूंज से दहशत
पार्क के पास रहने वाले लोगों ने जब गोलियों की आवाज सुनी, तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे। चंचल खून से लथपथ हालत में जमीन पर पड़ा हुआ था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी।
हत्या के कारण और आरोपियों की पहचान
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि चंचल को दो गोलियां लगी थीं। एक गोली उसके सीने में और दूसरी पीठ में लगी थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि विवाद की वजह केवल 800 रुपये थे।
घटना के आरोपियों की पहचान मृतक के दोस्तों के रूप में हुई है। अब तक बाबू, गौरव और अजय नामक तीन आरोपियों के नाम सामने आए हैं। परिजनों की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीमें बनाई हैं।
हाल ही में गाजियाबाद आया था चंचल
पुलिस के अनुसार, चंचल देहरादून में मजदूरों की सप्लाई का काम करता था। वह वहां सड़क निर्माण कार्य के लिए मजदूर उपलब्ध कराता था। कुछ दिनों पहले ही वह गाजियाबाद आया था। चंचल का किसी के साथ कोई पुराना विवाद या दुश्मनी नहीं था।
पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या में और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं। इसके लिए घटनास्थल और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
परिवार का बैकग्राउंड
डीसीपी राजेश कुमार के अनुसार, चंचल तीन भाइयों में से एक था। हालांकि, उसके छोटे भाई कुलदीप का लंबा आपराधिक इतिहास है। कुलदीप पर 17 मुकदमे दर्ज हैं, और वह नंदग्राम थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वर्तमान में कुलदीप हत्या के प्रयास के एक मामले में नवंबर 2023 से जेल में बंद है।
हालांकि, पुलिस के अनुसार, अब तक चंचल का कोई आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है।