Ghazipur News: गाजीपुर में लुटेरी दुल्हन सहित सात साथी हुए गिरफ्तार, चाैथी बार करने पहुंची थी शादी


गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र में फर्जी शादी रचाकर वर पक्ष को लूटने वाले एक बड़े गैंग का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने गैंग के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पांच महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं। इन पर धोखाधड़ी और लूटपाट के गंभीर आरोप लगे हैं।


घटना का विवरण


यह गैंग शादी के नाम पर भोले-भाले परिवारों को अपने जाल में फंसाता था। हाल ही में, इस गैंग ने मैनपुरी जिले के ईश्वरपुर गांव के निवासी रूपेश शाक्य को निशाना बनाया। गैंग ने रूपेश और उसके परिवार को शादी के लिए करीमुद्दीनपुर बुलाया और 30 नवंबर को रूपेश की शादी एक युवती से कराई। इस दौरान लड़की का फर्जी आधार कार्ड दिखाया गया और उसे "राजभर" जाति की बताया गया। शादी के बदले में वर पक्ष से एक लाख रुपये नकद, सोने का मंगलसूत्र और शादी के कपड़े खरीदवाए गए।


शादी के बाद लूटपाट


शादी के बाद जब रूपेश अपनी नई दुल्हन को लेकर मैनपुरी लौटने के लिए मुहम्मदाबाद रेलवे स्टेशन पहुंचे, तो गैंग ने लड़की को ट्रेन से नहीं, बल्कि बस से ले जाने की सलाह दी। वे सभी मुहम्मदाबाद बस अड्डे पर पहुंचे, जहां गैंग ने मौका पाकर दुल्हन को लेकर फरार हो गया।

घटना के बाद वर पक्ष ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और वर पक्ष को मुहम्मदाबाद थाने ले गई। जांच के बाद पता चला कि मामला करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र का है। पीड़ितों ने वहां लिखित शिकायत दर्ज कराई।


गिरफ्तारी और गैंग का पर्दाफाश


पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए गैंग के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें दुल्हन बनी कुसुम कुमारी, उसके पिता कृष्णकांत राम, फर्जी भाई करन कुमार भीम राम, फर्जी बहनें रंजना और सोनी उर्फ नजमुनीशा, गीतादेवी और फर्जी चाची इंदू देवी शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी करीमुद्दीनपुर के ऊचांडीह, बथोर और मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के परसा गांव से की गई।


गैंग का सरगना और अन्य गतिविधियां


थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार के अनुसार, इस गैंग का सरगना हरिश्चंद्र यादव उर्फ सोनी है। गैंग लंबे समय से सक्रिय था और हरियाणा, राजस्थान, जयपुर, और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में लोगों को शादी का झांसा देकर लूट चुका है। गैंग शादी कराने के नाम पर नकदी, गहने और अन्य सामान ऐंठने का काम करता था।

गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने इनके पास से सात एंड्रॉइड फोन और दो कीपैड फोन बरामद किए। सभी आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में चालान कर दिया गया है।


पुलिस की सतर्कता और आगे की कार्रवाई


थानाध्यक्ष ने बताया कि गैंग के सदस्यों को पकड़ने के लिए करीमुद्दीनपुर पुलिस ने मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान गैंग के अन्य सदस्यों को भी ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है। पुलिस अब इस मामले में और गहराई से जांच कर रही है ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और उनकी पूरी गतिविधियों का पता लगाया जा सके।


गैंग की कार्यप्रणाली


  1. शादी का झांसा: गैंग ऐसे लोगों को निशाना बनाता था, जो अपनी बेटों की शादी के लिए योग्य वधू की तलाश में होते थे।
  2. फर्जी दस्तावेज: लड़की के फर्जी पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज बनाकर उसे वर पक्ष को प्रस्तुत किया जाता था।
  3. लूटपाट: शादी की रस्में पूरी कराने के बहाने नकदी और गहने वसूल किए जाते थे।
  4. फरार हो जाना: शादी के तुरंत बाद दुल्हन को लेकर गैंग का कोई सदस्य गायब हो जाता था।


पुलिस की अपील


गाजीपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे शादी के प्रस्तावों की सत्यता को भली-भांति जांचें और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। ऐसे गैंग की सक्रियता को रोकने के लिए सतर्कता बेहद जरूरी है।


निष्कर्ष


यह मामला समाज में व्याप्त धोखाधड़ी के बढ़ते प्रचलन को उजागर करता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से गैंग का पर्दाफाश हुआ और कई निर्दोष लोगों को आगे की ठगी से बचाया जा सका। इस घटना से सबक लेते हुए, सभी को सतर्क रहना चाहिए और इस तरह के मामलों में पूरी जांच के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए।