किसानों का दिल्ली कूच: भूलकर इन रास्तों का न करें इस्तेमाल, जानें महामाया फ्लाईओवर और आसपास क्या है ट्रैफिक का हाल
आज, सोमवार, 2 दिसंबर 2024 को संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसानों ने दिल्ली कूच का आह्वान किया है। इस आंदोलन में उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना क्षेत्र के गांवों से बड़ी संख्या में किसान भाग ले रहे हैं। किसानों ने महामाया फ्लाईओवर को शुरुआती बिंदु के रूप में चुना है, जहां वे दोपहर 12 बजे से इकट्ठा होना शुरू करेंगे। ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ आने वाले इन किसानों के कारण पूरे क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित होने की संभावना है।
पुलिस और प्रशासन की तैयारियां
पिछली बार के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए, इस बार पुलिस और प्रशासन ने पहले से तैयारी कर रखी है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, डीएनडी फ्लाईवे, चिल्ला बॉर्डर और महामाया फ्लाईओवर जैसे प्रमुख रास्तों पर ट्रैफिक डायवर्जन की योजना तैयार की गई है।
पुलिस ने महामाया फ्लाईओवर और इसके आसपास के इलाकों में कई सुरक्षा उपाय किए हैं। जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है और अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। इसके अलावा, कई थानों की पुलिस और पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र बल) को भी तैनात किया गया है।
ट्रैफिक डायवर्जन प्लान
इस आंदोलन के कारण संभावित ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए विशेष डायवर्जन प्लान बनाया गया है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे: महामाया फ्लाईओवर के पास जाम लगने की स्थिति में वाहनों को सेक्टर-128 कट से सर्विस रोड पर मोड़ा जाएगा। यहां से वाहन सेक्टर-94 चरखा गोलचक्कर के पास पहुंचेंगे और डीएनडी या चिल्ला बॉर्डर की ओर भेजे जाएंगे।
कालिंदी कुंज से आने वाले वाहन: इन वाहनों को सेक्टर-37 और सेक्टर-18 होते हुए निकाला जाएगा।
ग्रेटर नोएडा से आने वाले वाहन: महामाया फ्लाईओवर पर जाम की स्थिति में इन्हें सेक्टर-37 की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
दिल्ली से आने वाले वाहन: चिल्ला बॉर्डर और डीएनडी फ्लाईवे से आने वाले वाहन अट्टा पीर, अट्टा बाजार और सेक्टर-27 के रास्ते निकाले जाएंगे।
महामाया फ्लाईओवर पर असर
महामाया फ्लाईओवर से कई महत्वपूर्ण रास्ते जुड़ते हैं, जैसे डीएनडी फ्लाईवे, चिल्ला बॉर्डर और कालिंदी कुंज। इस कारण यहां ट्रैफिक पूरी तरह प्रभावित हो सकता है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस बार स्थिति को संभालने के लिए ट्रैफिक प्रबंधन को प्राथमिकता दी गई है। जगह-जगह चेकपॉइंट लगाए गए हैं, और पुलिस किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉली वाले काफिले को नियंत्रित करने की कोशिश करेगी।
किसानों की रणनीति
किसानों का यह दिल्ली कूच मुख्य रूप से संसद घेराव के लिए किया जा रहा है। आंदोलन में भाग लेने वाले किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और अन्य वाहनों के साथ भारी संख्या में नोएडा पहुंच रहे हैं। आंदोलनकारियों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे।
आम जनता के लिए सलाह
नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली की ओर जाने वाले यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे महामाया फ्लाईओवर, डीएनडी फ्लाईवे और चिल्ला बॉर्डर से बचकर निकलें।
इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस ने सुझाव दिया है कि यात्री मेट्रो का अधिक उपयोग करें, ताकि सड़कों पर भीड़ कम हो। विशेष रूप से, कालिंदी कुंज और नोएडा सेक्टर-37 के रास्ते का उपयोग करने की सिफारिश की गई है।
आंदोलन का संभावित असर
इस बड़े प्रदर्शन के कारण नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और दिल्ली से जुड़े सभी बॉर्डर पर जाम की स्थिति बन सकती है। व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों पर भी इसका असर पड़ने की संभावना है।