Greater Noida West Metro News जल्द शुरू होगा ग्रेटर नोएडा बेस्ट मेट्रो का काम योगी सरकार ने दिए 394 करोड़ जानिए कब शुरू होगा काम
नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों निवासियों के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित मेट्रो परियोजना को आखिरकार हरी झंडी मिल गई है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 394 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई। इस फैसले के साथ ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो रूट पर काम शुरू होने का रास्ता साफ हो गया है।
एक दशक पुरानी मांग हुई पूरी
ग्रेटर नोएडा वेस्ट और नोएडा के निवासियों की यह पुरानी मांग थी कि इन दोनों क्षेत्रों को मेट्रो सेवा से जोड़ा जाए। करीब एक दशक से इस रूट पर मेट्रो सेवा शुरू होने का इंतजार किया जा रहा था। अब सरकार द्वारा मंजूरी मिलने के बाद अगले छह महीनों के भीतर निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
कैबिनेट बैठक में बड़ा फैसला
शुक्रवार को हुई कैबिनेट बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बीच एक्वा लाइन मेट्रो का विस्तार करने का निर्णय लिया। यह मेट्रो लाइन नोएडा सेक्टर-51 स्टेशन से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 तक जाएगी। इस परियोजना का उद्देश्य इन क्षेत्रों के निवासियों के लिए यात्रा को और सुगम बनाना है।
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने जानकारी देते हुए बताया कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच 17.435 किलोमीटर लंबी इस नई मेट्रो लाइन को विकसित करने के लिए राज्य सरकार और भारत सरकार मिलकर 394-394 करोड़ रुपये खर्च करेंगी। इस परियोजना में 40% धनराशि नोएडा प्राधिकरण और 60% धनराशि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत की जाएगी।
मेट्रो परियोजना के 11 नए स्टेशन
नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बीच मेट्रो के कुल 11 नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जो इस प्रकार हैं:
- नोएडा सेक्टर-51
- नोएडा सेक्टर-61
- नोएडा सेक्टर-70
- नोएडा सेक्टर-122
- नोएडा सेक्टर-123
- ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-4
- इकोटेक-12
- ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-2
- ग्रेटर नोएडा वेस्ट सेक्टर-3
- ग्रेटर नोएडा सेक्टर-10
- ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क-5
ब्लू लाइन और एक्वा लाइन के बीच बेहतर कनेक्टिविटी
नोएडा सेक्टर-61 स्टेशन के जरिए ब्लू लाइन मेट्रो और डीएमआरसी की एक्वा लाइन को जोड़ा जाएगा। इससे नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और दिल्ली के यात्रियों के लिए मेट्रो परिवहन और सुविधाजनक हो जाएगा। साथ ही, सड़क यातायात पर गाड़ियों का दबाव कम होगा।
यातायात दबाव में कमी
नोएडा-ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना के कारण नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी फ्लाईओवर जैसे मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। इससे न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद
सरकार की मंजूरी के बाद अब अगले छह महीनों में मेट्रो परियोजना का निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। यह परियोजना न केवल नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लोगों के लिए यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी प्रदान करेगी।
परियोजना के लाभ
- यात्रा समय में कमी: नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बीच यात्रा का समय काफी हद तक कम होगा।
- सड़क यातायात में कमी: सड़कों पर गाड़ियों की संख्या घटेगी, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी।
- पर्यावरण संरक्षण: मेट्रो सेवा से प्रदूषण में कमी आएगी।
- व्यापार और रोजगार: परियोजना से आसपास के क्षेत्रों में व्यापार और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
निवासियों के लिए बड़ी राहत
नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों के लिए यह परियोजना एक बड़ी राहत लेकर आएगी। लंबे समय से मेट्रो सेवा की मांग को पूरा करते हुए सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह प्रदेश के विकास और जनता की सुविधाओं को प्राथमिकता देती है।
निष्कर्ष
ग्रेटर नोएडा वेस्ट मेट्रो परियोजना का शुभारंभ योगी सरकार की विकास योजनाओं में एक और महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना न केवल नोएडा और ग्रेटर नोएडा के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगी, बल्कि पूरे क्षेत्र के विकास को भी गति प्रदान करेगी। अब सबकी नजरें इस पर हैं कि निर्माण कार्य कब शुरू होता है और इसे कितनी तेजी से पूरा किया जाता है।