बच्चों को रोजाना अंडा खिलाने के 5 बेहतरीन फायदे, बीमारियों से भी मिलेगा बचाव:-
बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के लिए सही पोषण अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इस संदर्भ में अंडा एक संपूर्ण आहार के रूप में जाना जाता है, जो बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि 6 महीने की उम्र के बाद शिशु को ठोस आहार के साथ रोजाना एक अंडा खिलाना चाहिए। इससे बच्चे के मस्तिष्क का विकास तेजी से होता है और उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत बनती है।
अंडे में प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स जैसे कई पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद हैं। बच्चों को रोजाना एक अंडा खिलाने से क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, इस पर डॉ. तरुण आनंद ने एक वीडियो भी साझा किया है। आइए, जानते हैं कि बच्चों की सेहत में अंडा कैसे सहायक होता है।
1. मांसपेशियों के विकास में सहायक
अंडे में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो बच्चों की मांसपेशियों के विकास में अहम भूमिका निभाता है। बच्चों के शरीर में विभिन्न कोशिकाओं की मरम्मत और वृद्धि के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी होता है। एक अंडे में लगभग 6 ग्राम प्रोटीन होता है, जो बच्चों की शारीरिक वृद्धि और विकास में सहायक होता है। प्रोटीन के सेवन से बच्चों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और उनका शारीरिक विकास भी तेजी से होता है।
2. मस्तिष्क के विकास में फायदेमंद
अंडे में कोलीन नामक पोषक तत्व पाया जाता है, जो मस्तिष्क के विकास के लिए जरूरी होता है। कोलीन बच्चों की याददाश्त, ध्यान और संज्ञानात्मक विकास को बढ़ाने में सहायक है। नियमित रूप से अंडा खिलाने से बच्चों की सीखने और समझने की क्षमता में सुधार आता है, जिससे वे पढ़ाई में भी बेहतर प्रदर्शन कर पाते हैं। इसके अलावा, अंडे में मौजूद डीएचए (DHA) भी मस्तिष्क के विकास में अहम भूमिका निभाता है। डीएचए एक प्रकार का ओमेगा-3 फैटी एसिड है, जो न्यूरल कनेक्शनों को मजबूत करता है और दिमागी विकास को बढ़ावा देता है।
3. हड्डियों को बनाता है मजबूत
अंडे में मौजूद विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। विटामिन डी शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, जिससे हड्डियां और दांत मजबूत बनते हैं। बच्चों को नियमित रूप से एक अंडा खिलाने से उनके शरीर में कैल्शियम का संतुलन बना रहता है, जो उनके हड्डियों के विकास के लिए लाभकारी है। अंडा न केवल हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि इसे बचपन में खिलाने से आगे चलकर हड्डियों से संबंधित बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
4. आंखों की सेहत के लिए लाभकारी
अंडे में ल्यूटिन और ज़ैन्थिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो आंखों की सेहत के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। आजकल के समय में बच्चों का स्क्रीन टाइम बढ़ गया है और प्रदूषण भी बढ़ रहा है, जिससे उनकी आंखों की सेहत प्रभावित हो रही है। ऐसे में अंडे का सेवन आंखों की सेहत को बनाए रखने में सहायक होता है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स बच्चों की आंखों को हानिकारक किरणों से बचाते हैं और उनकी दृष्टि को भी तेज करते हैं। इसके अलावा, अंडे में विटामिन ए भी पाया जाता है, जो रेटिना की सुरक्षा और आँखों की चमक को बनाए रखने में सहायक होता है।
5. पाचन तंत्र को बनाता है स्वस्थ
अंडा आसानी से पचने वाला आहार है, जो बच्चों के नाजुक पाचन तंत्र के लिए उपयुक्त होता है। इसमें मौजूद प्रोटीन और आवश्यक फाइबर पाचन प्रक्रिया को सुचारु बनाए रखते हैं। अंडे में मौजूद विभिन्न पोषक तत्व शरीर में आसानी से अवशोषित हो जाते हैं, जिससे बच्चों का पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। बच्चों को रोजाना एक अंडा खिलाने से उन्हें पाचन संबंधी समस्याएं कम होती हैं, जिससे उनकी सेहत बनी रहती है।
बच्चों को अंडा खिलाने के तरीके
बच्चों को रोजाना अंडा अलग-अलग तरीके से खिलाया जा सकता है, ताकि वे इसे बोरिंग महसूस न करें। आप बच्चों को उबला अंडा, ऑमलेट, एग सैंडविच, एग करी, या एग पराठा बनाकर खिला सकते हैं। छोटे बच्चों के लिए अंडे को सूप या दलिया में मिलाकर भी दिया जा सकता है। स्वाद में विविधता लाने के लिए अंडे की रेसिपी में थोड़े बदलाव किए जा सकते हैं, जिससे बच्चे इसे आसानी से खा सकें। यह सुनिश्चित करें कि बच्चे को ताजे और सही से पके हुए अंडे ही दें, ताकि वे संक्रमण से बचे रहें।
सावधानियां जो रखनी चाहिए
अंडा बच्चों के लिए पोषण का एक बेहतरीन स्रोत है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है। कई बच्चों को अंडे से एलर्जी हो सकती है, इसलिए शुरू में थोड़ी मात्रा में ही इसे आजमाकर देखें। अगर बच्चा अंडे के प्रति संवेदनशील है और उसे त्वचा पर लाल चकत्ते या खुजली होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसके अलावा, छोटे बच्चों को कच्चा या अधपका अंडा नहीं देना चाहिए, क्योंकि इससे फूड पॉइजनिंग का खतरा हो सकता है। हमेशा पके हुए अंडे ही बच्चों को दें, ताकि वे सुरक्षित और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन प्राप्त कर सकें।
निष्कर्ष
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए रोजाना एक अंडा एक सस्ता और सुलभ सुपरफूड है, जिसे उनकी डाइट में शामिल किया जा सकता है। अंडा बच्चों की मांसपेशियों के विकास, मस्तिष्क के विकास, हड्डियों की मजबूती, आंखों की सेहत, और पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। इसलिए, यदि आपके बच्चे को अंडे से एलर्जी नहीं है, तो इसे उनकी दैनिक डाइट में शामिल करने का प्रयास करें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार बच्चों को अंडा खिलाना उनके स्वस्थ विकास और जीवनभर के अच्छे स्वास्थ्य के लिए एक उत्तम कदम है।
अंडा बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए फायदेमंद है। इसे बच्चों की दैनिक डाइट में शामिल करने से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है और वे अनेक बीमारियों से बचे रहते हैं। लेकिन एलर्जी की संभावना को ध्यान में रखते हुए, नए माता-पिता को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी प्रकार के लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। अंडे का समुचित सेवन बच्चों को न सिर्फ स्वस्थ रखेगा बल्कि उनके भविष्य को भी स्वस्थ बनाएगा।